logo
  • नया

गोडावण : मोरे अँगना की सोन चिरैया

सामाजिक विज्ञान
Hardbound
Hindi
9789357758673
1st
2024
108
If You are Pathak Manch Member ?

गोडावण : मोरे अँगना की सोन चिरैया - ग्रेट इंडियन बस्टर्ड (गोडावण या सोन चिरैया) कभी भारत के एक बड़े भू-भाग में निवास करती थी। राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, आन्ध्र प्रदेश के हिस्सों में शुष्क, छोटी झाड़ियों और घासवाले मैदान इसे पसन्द थे। वहाँ पर इसका रहवास हुआ करता था, लेकिन अलग-अलग कारणों से आज यह पक्षी विलुप्ति के कगार पर पहुँच गया है। जिस पक्षी की मौजूदगी हर कहीं हुआ करती थी, आज उसकी एक झलक पाने के लिए पक्षी विशेषज्ञों को भी कई किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ता है। आख़िर ऐसा हुआ क्यों ? क्यों भारत के सबसे बड़े पक्षियों में शामिल गोडावण को विलुप्ति के कगार पर पहुँचना पड़ा ? आख़िर उसकी जीवन-यात्रा किन राहों से गुज़री है, जो संकट की खाई के किनारे आकर खड़ी हो गयी है? इसके लिए ज़िम्मेदार कौन है? किसने उन्हें यहाँ तक धकेल दिया है?

कबीर संजय (Kabeer Sanjay )

कबीर संजय 10 जुलाई 1977 को इलाहाबाद में जन्मे कबीर संजय का मूल नाम संजय कुशवाहा है। पढ़ाई-लिखाई इलाहाबाद विश्वविद्यालय से ।इलाहाबाद(प्रयागराज) के साहित्यिक-सांस्कृतिक माहौल का उन पर गहरा असर रह

show more details..

मेरा आंकलन

रेटिंग जोड़ने/संपादित करने के लिए लॉग इन करें

आपको एक समीक्षा देने के लिए उत्पाद खरीदना होगा

सभी रेटिंग


अभी तक कोई रेटिंग नहीं